नई दिल्ली, जेएनएन। देश में लॉकडाउन को लगे हुए एक माह से अधिक समय बीत चुके हैं अब लोगों की नजरें इस पर हैं कि आने वाले चार मई से लॉकडाउन खुलेगा या नहीं... शुरुआत करते हैं यूपी से जहां प्रदेशवासियों का संयम और अनुशासन के सात दिन तय करेंगे कि चार मई से यहां लॉकडाउन खुलेगा या नहीं। वहीं दिल्ली सरकार ने कहा है कि इस मसले पर वह केंद्र के फैसले के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचेगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मानना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए लॉकडाउन एक साथ नहीं हटाया जाना चाहिए। आइये जानते हैं राज्यवार कैसे बन रहे हैं हालात...
यूपी सरकार कर चुकी है ऐसा इशारा
यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार इशारा कर चुकी है कि जब तक किसी भी जिले में संक्रमण रहेगा, तब तक लॉकडाउन खोलना चुनौतीपूर्ण होगा। कोरोना संक्रमण पर रोकथाम के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत कर रही है। करीब दस जिले कोरोनामुक्त हो भी चुके हैं लेकिन, 18 जिले संवेदनशील श्रेणी में हैं। यहां संक्रमण रोकने के लिए सरकार रणनीति बना रही है। इसी बीच पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अधिकारियों से स्पष्ट कह दिया था कि एक भी जिले में कोरोना के केस रह जाएंगे, तो लॉकडाउन खोलना हमारे लिए मुश्किल भरा रहेगा।
यूपी में बढ़ सकती है मियाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से दिए गए संकेतों से साफ जाहिर है कि केंद्र सरकार भले ही चार मई को लॉकडाउन खोल दे लेकिन उत्तर प्रदेश में इसकी अवधि कुछ बढ़ाई जा सकती है। हालांकि, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने स्पष्ट कहा है कि तीन मई तक पूरी तरह सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराया जाएगा। प्रयास यही है कि एक भी केस न रहे। फिर तीन मई को बैठक कर समीक्षा की जाएगी और उसी के बाद कोई निर्णय किया जाएगा। यानी उत्तर प्रदेश में अभी तस्वीर साफ होने में कुछ दिन और लग सकते हैं।
केंद्र के बाद ही केजरीवाल लेंगे फैसला
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में व्यावसायिक गतिविधियों पर 27 अप्रैल तक लगी रोक को तीन मई तक के लिए बढ़ाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि तीन मई तक प्रधानमंत्री ने पूरे देश में लॉकडाउन का एलान किया है। उसके बाद केंद्र सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है, उस पर निर्भर करेगा कि इसको हम आगे कैसे ले जाते हैं। केंद्र सरकार के निर्णय के बाद ही दिल्ली सरकार आगे की दिशा तय करेगी। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन में कुछ आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर जो रियायत दी हैं, वे दिल्ली में भी लागू की जा रही हैं।
लॉकडाउन चरणबद्ध खोलने के पक्ष में हरियाणा
कोरोना संक्रमित मरीजों की हालत में सुधार के लिहाज से हरियाणा भले ही देश के टॉप थ्री राज्यों में शामिल है। इसके बावजूद हरियाणा को लगता है कि पूर्ण लॉकडाउन खोल देने से स्थितियां बिगड़ सकती हैं। ऐसे संकेत पहले गृह मंत्री अनिल विज ने दिए। फिर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने उनकी बात पर मुहर लगाई। दुष्यंत ने कहा कि तीन मई तक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन अवधि को धीरे-धीरे व चरणबद्ध तरीके से खोलना होगा। शराब की दुकानें भी तीन मई तक बंद रहेंगी। यानी साफ है कि तीन मई से पहले तो हरियाणा में लॉकडाउन खुलने से रहा...
बिहार और राजस्तान ने दिए यह संकेत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मानना है कि वर्तमान हालात को देखते हुए लॉकडाउन एक साथ नहीं हटाना चाहिए। चरणबद्ध ढंग से लॉकडाउन हटाया जाना चाहिए। वह चाहते हैं कि केंद्र सरकार लॉकडाउन का अधिकार राज्य सरकारों को दे। इसके बाद राज्य सरकारें धीरे-धीर अवसर देखकर लॉकडाउन पर निर्णय ले सकती हैं। बिहार में दुकानें खोलने और आवश्यक सेवाओं को शुरू करने का फैसला जिलों से मिले फीडबैक के आधार पर लिया जाएगा। सभी जिलों से केंद्र सरकार के आदेश का हवाला देकर वहां की अद्यतन स्थिति के बारे में जानकारी मांगी गई है। वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन खोले जाने के लिहाज से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात में स्थितियां सरल नजर नहीं आ रही हैं।
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