बरेली में स्थित आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां फाजिले बरेलवी की दरगाह का गुम्बद बहुत ही शानदार संस्कृति को दर्शाता है, दूर दूर से जायरीन आकर गुम्बद ए रज़ा का फोटो खिंचते है, मजार पर चादरें चढाते है अक्सर लोगों का यही सवाल होता है कि आला हज़रत के मजा़र के गुम्बद का डिजाइन किसने बनाया था?
दरगाह आला हज़रत, बरेली |
आला हज़रत के गुम्बद का डिजाइन ?
आला हज़रत के खलीफा हज़रत शाह महमूद जान कादरी Shah Mahmood jaan Qadri जमजोधपूरी ने ही गुम्बद ए रज़ा का डिजाइन बनाया था आपने इस डिजाइन को माचिस की तिलियो से बनाकर मुफ्ती आजम हिंद को दिखाया, इस डिजाइन को देखकर अपने कादरी साहब से फरमाया कि यह बहुत शानदार डिजाइन है आप इसी की तरह गुम्बद बनाये, गुम्बद के डिजाइन का काम के लिए महमूद जी ने 10000 हजार रूपये अपने पास से लगा कर काम शुरू करवाया जब तक काम पूरा नहीं हुआ तब तक आप वही रहे अपनी देख रेख में ही पूरा काम करवाया,
जीवन परिचय
हज़रत शाह महमूद जान कादरी का जन्म अगस्त के महीने में सन् 1820 में गुजरात में स्थित जमजोधपुर में हुआ था। आप आला हज़रत के खलीफा थे, आपके पिता हाफ़िज़ ग़ुलाम रसूल अपने समय के एक उचित आलिम-ए-दीन और शिक्षक थे, आपने अपनी बुनियादी शिक्षा अपने पिता से सीखी, आप लोगों की मदद करने के बहुत शौकीन थे, अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, आपने लोगों की मदद करना शुरू कर दिया, आपको यह गुण अपने पिता से मिला। जब आपको आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा के बारे में पता चला, तो आप बरेली तशरीफ ले आये, बरेली के रज़ा नगर, सौदागरान में आपकी मुलाकात आला हज़रत से हुई, हज़रत की रूहानी सूरत देखकर आपको बहुत सूकून मिला और कुछ समय साथ रहने के बाद आप आला हज़रत से मुरीद हो गये|
अपने जीवनकाल में तीन शादी की थी, उनसे 16 बच्चे हुए, आपका पारिवारिक जीवन अच्छा है।
पत्नीयो के नाम
- मरियम बी
- हलीमा बी
- अमातुल्लाह बी
बच्चों के नाम
- आयशा बी
- हव्वा बी
- रहिमा बी
- करीमा बी
- रूकाइयाँ बी
- हज्जन फातिमा बी
- हज्जन अमीना बी
- हज्जन जमीला बी
- हज्जन खदीजा बी
- मरहूम जमीला बी
- गुलम मुर्तजा रज़ा
- मौलाना अहमद जान खान
- मौलाना गुलाम अहमद रज़ा खान,
- मौलाना गुलाम मुस्तफा रजा खां
- मौलाना गुलाम मुजतबा रज़ा
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