Maulana Shahabuddin Razvi gave a befitting reply to British MP Naaz Shah |
बरेली: इंग्लैंड के प्रधानमंत्री दो दिवसीये यात्रा पर भारत आए हुए थे, इसी दरमियान ब्रिटिश की सांसद श्रीमती नाज शाह MP Naaz Shah ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा था कि भारत इस्लाम के खिलाफ और कश्मीर में अपनी गतिविधिया बंद करे ।
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इस पर तंज़ीम उलमा ए इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी Maulana Shahabuddin Razvi Bareilvi ने विदेशी मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि कश्मीर भारत का अटूट हिस्सा है, इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए, कश्मीर कल भी हमारा था और आज भी हमारा है और भविष्य में भी हमारा ही रहेगा। भारत में मुसलमानों को मुकम्मल धार्मिक आजादी हासिल है।
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मौलाना ने ब्रिटिश सांसद श्रीमती नाज शाह को ललकारते हुए कहा कि हमारे देश के अंदरूनी मामलात में किसी विदेशी व्यक्ति या संगठन को दख्ल देने की जरूरत नहीं है, ये हमारे अंदरूनी मामलात है और हम इन मामलात को भारत के अंदर ही सूलझाना चाहते हैं।
Islamic Research Center इस्लामिक रिसर्च सेंटर की डाटा रिपोर्ट के अनुसार मौलाना का ये बयान इंटरनेट - नेशनल मीडिया और सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है, और सोशल मीडिया पर लोग मौलाना के बयान की खूब प्रशंसा कर रहे है।
हिंदू राष्ट्रवाद से जुड़े सवाल पर क्या बोले बोरिस जॉनसन
ब्रितानी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से द्विपक्षीय मुलाक़ात के बाद एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस की. इस दौरान उनसे 'भारत में बढ़ते हिंदू राष्ट्रवाद और मानवाधिकारों के उल्लंघन' से जुड़ा सवाल पूछा गया जिस पर उन्होंने कहा कि भारत एक महान लोकतंत्र है और यहां लोगों के पास संवैधानिक सुरक्षा है.
उन्होंने कहा,
''हम मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों के सवालों पर बेशक बातचीत करते हैं, हमारी दोस्ती का फ़ायदा यह है कि हम ये बातें कर सकते हैं, और हम इस मुद्दे पर बात एक दोस्ताना और निजी तरीके से करते हैं.''
"यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत में सभी समुदायों के लिए संवैधानिक सुरक्षा है, भारत दुनियाभर के कई देशों में चलने वाले निरंकुशता के शासन से बहुत अलग है. भारत यह एक महान लोकतंत्र है, लगभग 1.35 अरब लोग इस लोकतंत्र में रहते हैं और हमें इसका जश्न मनाना चाहिए."
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